‘हल्द्वानी और उत्तराखंड की पहचान मेरे वीडियो से बढ़ी है’ … इस विवादित टिप्पणी के कारण यूट्यूबर सौरभ जोशी के खिलाफ लोगों में गुस्सा है। सोशल मीडिया पर इसे लेकर बवाल मचा हुआ है। लोग उनके बयान को अस्मिता से जोड़कर देख रहे हैं। सोशल मीडिया पर तमाम मीम्स भी बन रहे हैं।
वहीं, अन्य यूट्यूबरों का कहना है कि नादानी में उसने ऐसा कहा है, क्योंकि सौरभ अभी बच्चा है और व्लॉग देखकर कतई नहीं लगता कि उसकी मंशा गलत है। लेकिन एक बात सभी ने कही कि जब आपके फालोअर ज्यादा हों तो आपकी जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है। ऐसे में काफी सोच-समझकर बोलना चाहिए।
इंसान आम जिंदगी में बहुत कुछ बोलता है, भले ही उसका कुछ मतलब हो या न हो। लेकिन जब आप एक पब्लिक फिगर हों तो फिर आपकी जिंदगी सिर्फ आपकी नहीं, आपके सभी चाहने वालों से जुड़ी रहती है। आपका कुछ भी करना आपके प्रशंसकाें को प्रभावित करता है। ऐसे में शब्दों का चयन सही होना चाहिए।
- नमित सिंह खाती, यूट्यूबर
सौरभ का उत्तराखंड और हल्द्वानी को लेकर टिप्पणी करना उनकी अपरिपक्वता दर्शाता है। या तो वह बहुत सीधे हैं कि उन्होंने जो कहा उसका मतलब पता नहीं, या फिर उनपर सफलता का नशा छा गया है। उनकी अच्छी फैन फॉलोइंग है। उन्हें इसका इस्तेमाल देवभूमि की खासियत को दुनिया के सामने लाने के लिए करना चाहिए।
- स्वर्णिमा उप्रेती, यूट्यूबर
सौरभ की बातों को सशब्द लिया जाए तो उनकी टिप्पणी सरासर गलत थी। लेकिन व्लॉग देखकर नहीं लगता कि उनका इरादा गलत था। चंद शब्दों के ऊपर नीचे होने से उनके पीछे पड़ जाना और ट्रोल करना मेरी नजर में गलत है। सौरभ को भी इस वाकये से सबक लेकर आगे से सोच समझकर अपनी बात को रखना होगा।
- करन लोहनी, यूट्यूबर
सोशल मीडिया पर वायरल क्लिप आधी है। उनकी मंशा गलत नहीं है, लेकिन उत्तराखंडी होने के नाते उनके कहे शब्द चुभ रहे हैं। हमें समझना होगा कि सौरभ अभी बच्चे हैं। उन्हें सही गलत का अंदाजा नहीं है। सौरभ को एक बार अपने प्रशंसकों से जाने-अनजाने में हुई भूल की माफी मांगकर इस विवाद को निपटाना चाहिए।
- कृतिका पोखरिया, यूट्यूबर