उत्तराखंड लोक सेवा आयोग में परीक्षाओं के पेपर तैयार करने की प्रक्रिया वैसे तो काफी जटिल है लेकिन अनुभाग अधिकारी की भी ड्यूटी होने के नाते संजीव ने अति गोपन विभाग से सवाल लीक किए। सवाल यह भी है कि जहां विशेषज्ञ भी मोबाइल नहीं ले जा सकते तो अनुभाग अधिकारी कैसे मोबाइल भीतर लेकर गया।
एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि आयोग की पेपर तैयार करने की प्रक्रिया काफी जटिल होती है। एक ही परीक्षा के पेपर को विशेषज्ञों की चार टीमें अलग-अलग दिनों में चेक करती हैं। उन्हें अंतिम रूप देती है। चौथी टीम ही पेपर पर अंतिम मुहर लगाकर इसे सील कर देती है।
इसके बाद यह पेपर सीधे संबंधित प्रिंटिंग प्रेस में चला जाता है जो कि पूरी गोपनीय प्रक्रिया है। अहम बात यह भी है कि जो विशेषज्ञ पेपर चेक करने आते हैं, उन्हें भी यह अधिकार नहीं होता कि वह अपना मोबाइल भीतर लेकर जाएं। ऐसे में अनुभाग अधिकारी के भीतर मोबाइल ले जाने और फिर वहां से सवालों को पत्नी को भेजने पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। अब आने वाला वक्त ही बताएगा कि आयोग इस प्रक्रिया में कितनी मजबूती लाएगा।