गोपेश्वर: चमोली जनपद में भारत-चीन सीमा क्षेत्र को जोड़ने वाला एकमात्र जोशीमठ-मलारी-नीती हाईवे पर बुरांस के पास बैली ब्रिज टूट गया। इस दौरान यहां से गुजर रहा मलबे से भरा ट्रक भी नदी में जा गिरा। वाहन चालक ने छलांग मारकर अपनी जान बचाई।
पुल के टूटने से सेना के जवानों, आइटीबीपी समेत करीब सात गांव का संपर्क देश दुनिया से कट गया है। बीआरओ कमांडर ने कहा कि पुल टूटने के कारणों की जांच की जा रही है। इन दिनों सीमा क्षेत्र में नीती हाईवे के चौड़ीकरण कार्य चल रहा है।
क्षेत्र में कई मशीनें व ट्रक इस कार्य में लगे हुए हैं। रविवार शाम को करीब छह बजे मलारी बुरांस से करीब 500 मीटर आगे बैली ब्रिज से मलबे से भरा ट्रक गुजर रहा था, अचानक ब्रिज टूट गया। इससे डंपर सहित पुल नदी में गिर गया।
चालक ने नदी में छलांग मार दी
ट्रक के नीचे गिरते ही चालक ने नदी में छलांग मार दी और तैरकर बाहर निकल गया। बताया कि चालक को हल्की चोट आई है, जिसे आइटीबीपी के मलारी कैंप में उपचार दिया गया। पुल टूटने से चीन सीमा क्षेत्र में भारत तिब्बत सीमा पुलिस व सेना की आवाजाही बाधित हो गई है।
साथ ही सीमा क्षेत्र में कैलाशपुर, मेहरगांव, फरकिया, बांपा, गमशाली और नीती आदि गांवों की आवाजाही भी बाधित है। इन दिनों नीती घाटी के भोटिया जनजाति के लोग अपने शीतकालीन प्रवास के गांवों से मूल गांव नीती घाटी की ओर रूख करते हैं।
बताया गया कि यह पुल ग्रिथी गंगा पर सीपीडब्लूडी ने बनाया था तथा वर्तमान में सड़क बीआरओ के पास होने से इसका रखरखाव सीमा सड़क संगठन के पास था।
बीआरओ के कमांडर कर्नल अंकुर महाजन ने बताया कि रात होने के चलते अभी बीआरओ ने आपरेशन रोक दिया था। यहां पर नदी से वाहनों की आवाजाही के किए अस्थाई सड़क बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि ट्रक चालक सुरक्षित है। पुल टूटने को लेकर जांच की जा रही है।