रेलवे अधिकारियों के अनुसार रेल यात्रा को सुखद और सरल बनाने के उद्देश्य से दो शहरों के बीच वंदे मेट्रो ट्रेन चलाने की योजना है। वंदे मेट्रो ट्रेन हाइड्रोजन बेस्ड स्वदेशी ट्रेन होगी, जिसे भारतीय इंजीनियर्स डिजाइन कर रहे हैं। इस ट्रेन का निर्माण भारत में ही होगा।
वंदे मेट्रो ट्रेन का डिजाइन जून अंत तक सामने आ जाएगा। यह ट्रेन भारतीय रेल के लिए क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली साबित होगी। वंदे मेट्रो ट्रेन का इंजन पूरी तरह से हाइड्रोजन बेस्ड होगा। जिसके चलते प्रदूषण जीरो होगा।
तीन हो जाएगी ट्रेनों की संख्या
देहरादून और काठगोदान के बीच वंदे मेट्रो ट्रेन का संचालन हुआ तो यह इस रूट पर चलने वाली तीसरी ट्रेन होगी। वर्तमान में देहरादून से काठगोदाम के बीच रोजाना दोपहर 3:55 बजे नैनी जन शताब्दी और रात 11:30 बजे से काठगोदाम एक्सप्रेस चलती है। ऐसे में तीसरी ट्रेन चलने से इस रूट के यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। कुमाऊं से गढ़वाल आवागमन करने वाले यात्रियों के लिए वंदे मेट्रो ट्रेन एक बेहतर विकल्प होगा।