हेली सेवाओं के नाम पर देशभर के लोगों को ठगने के आरोप में बिहार निवासी दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया गया है। ठगी के मामले में पिछले दिनों साइबर पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज किया गया था। एसटीएफ अब तक 35 फर्जी वेबसाइटों को बंद करा चुकी है। गिरफ्तार आरोपियों को शुक्रवार को दून लाया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया, पिछले साल केदारनाथ हेली सेवा के नाम पर ठगी के कई मामले आए थे। इस साल शुरुआत से ही इस पर शिकंजा कसने के लिए अभियान चलाया गया। एसटीएफ ने फर्जी वेबसाइटों को ब्लॉक कराना शुरू किया।
इन सभी वेबसाइटों पर ठगों ने अपने नंबर लिखे थे। वेबसाइट ब्लॉक होने के बाद भी कई लोग ठगों का शिकार हो गए। ठगी की सूचनाओं के लिए साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन से ईमेल आईडी जारी की गई थी। इस पर उत्तराखंड निवासी प्रकाश चंद पुरोहित ने शिकायत की।
उनसे ठगों ने 61 हजार रुपये ठग लिए। इसी तरह राजस्थान के जयपुर निवासी जस्टिन जॉसेफ के साथ 33 हजार, तमिलनाडु निवासी डीकेएस मूर्ति से 48 हजार रुपये और गुजरात के अशोक कुमार के साथ 30 हजार रुपये की ठगी कर ली गई। इसके अलावा विभिन्न राज्यों से समय-समय पर शिकायतें आईं। जांच के दौरान गिरोह के बिहार से सक्रिय होने के सुबूत मिले थे। फोन नंबरों और बैंक खातों की जांच करते हुए टीम बिहार के शेखपुरा तक पहुंच गई।
यहां से दो सगे भाइयों सन्नी राज और बॉबी रविदास को गिरफ्तार कर लिया गया। इनके कब्जे से छह मोबाइल और चार सिम कार्ड बरामद हुए हैं। सिम और मोबाइल के जरिये जानकारी जुटाई जा रही है कि आरोपियों ने कितने लोगों से ठगी की है। एसएसपी ने बताया, इन लोगों की संलिप्तता विभिन्न मामालों में पाई गई है।
फर्जी आईडी पर लेते हैं सिम कार्ड
आरोपियों का पूरा गैंग इस काम में शामिल है। ये लोग फर्जी आईडी पर सिम कार्ड लेते हैं। इसके बाद फर्जी वेबसाइट बनाकर इन नंबरों को लिखते हैं। इन वेबसाइटों का लिंक विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल किया जाता है। जो लोग इन पर संपर्क करते हैं उन्हें फंसाकर फर्जी टिकट भेज दिए जाते हैं।