अल्मोड़ा। उत्तराखंड में लगातार बारिश हो रही है। अल्मोड़ा में भी बारिश का दौर लगातार जारी है। जिले के सभी 11 ब्लाकों में बारिश का दौर जारी रहा। हुई। बारिश से पहाड़ी से मलबा आने से नौ सड़कें बंद रही। जिससे 40 हजार की आबादी सीधे प्रभावित रही। सभी बंद मोटरमार्गों को खोलने के लिए जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं।
वहीं मुख्यालय में नालियां चोक होने से सड़कों पर पानी भरा रहा। जिससे आने-जाने वालों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। बारिश से मुख्यालय का अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जिला मुख्यालय समेत आसपास के क्षेत्रों में सुबह से ही भारी बारिश हुई। जिससे जगह-जगह पहाड़ियों से भूस्खलन हुआ और नौ मोटर मार्ग बंद हो गए। बारिश से जिला मुख्यालय के आंतरिक सड़कों व रास्तों के किनारे बनी नालियों की सफाई नहीं होने से नालियों का गंदा पानी सड़कों पर बहता रहा।
इससे जहां राहगीरों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ा। इधर ढूंगाधारा में सूरज प्रकाश डालाकोटी के खेतों की दीवार ढह गई। इससे उन्हें काफी नुकसान पहुंचा है। वहीं कोसी, रामगंगा, सरयू, पनार आदि सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। पुलिस प्रशासन ने तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वालों से सतर्कता बरतने की अपील की है।
रानीधारा मोटर मार्ग पर मलबा, लोगों की बढ़ी परेशानी
वर्षा से मंगलवार को रानीधारा मार्ग पर अत्यधिक मलबा आ जाने से लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दो पहिया वाहनों का संचालन भी बाधित हो गया। मलबा आने से सड़क से पानी की निकासी नहीं होने से सड़क ने बारिश के पानी नदी की तरह बहने लगा। जहां आवागमन तो ठप रहा ही वहीं सड़क का मलबा व गंदा पानी सड़क के नीचे रह रहे लोगों के घरों तक पहुंच गया। इधर पालिका के पूर्व सभासद व जन अधिकार मंच के संयोजक त्रिलोचन जोशी ने जल्द से जल्द सड़क से मलबा हटाए जाने की मांग उठाई है।
तहसीलों के कंट्रोल रूम 24 घंटे रखे सक्रिय
वर्षाकाल के दृष्टिगत डीएम विनीत तोमर सभी उपजिलाधिकारियों व तहसीलदारों से विशेष तत्परता बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि तहसीलो में कंट्रोल रूमों को चौबीसों घंटे सक्रिय रखें। संवेदनशील सड़कों पर लोडर मशीन की व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। बिजली व पानी की आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश उन्होंने इन विभागों के अधिशासी अभियंताओं को दिए हैं।
यह ग्रामीण सड़क मार्ग हैं बंद
चमकना-अघे मोटरमार्ग हिनोना-काने-खलपाती जैंती – नया संग्रौली दौलाघट-रिखे-सिलानी मनान-कलेत-सिलिंग्मा दुधलिया बिष्ट- डुंगरी उदलीखान-भेल्ट खीड़ा-खजुरानी ज्येठा-कोठ्यूड़ा
कहां कितनी हुई वर्षा
- अल्मोड़ा – 8.5 मिलीमीटर
- रानीखेत – 10 मिलीमीटर
- द्वाराहाट- 8 मिलीमीटर
- चौखुटिया- 10.5 मिलीमीटर
- सोमेश्वर- 5.3 मिलीमीटर
- जागेश्वर- 4 मिलीमीटर
- सल्ट – 3.5 मिलीमीटर
- मासी- 7.5मिलीमीटर
अधिकारियों ने कही ये बात
वर्षा काल को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट मोड पर है। बंद ग्रामीण पांच सड़कों पर लोडर मशीन लगाई गई हैं। लोडर मशीन से मलबा हटाया जा रहा है। रुक-रुक कर हो रही वर्षा से कार्य पर असर पड़ रहा है। बंद मोटरमार्गों को मंगलवार की देर सायं तक खोलने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। -विनीत पाल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी, अल्मोड़ा
विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के कृषि विज्ञानी डा. बीएम पांडे ने वर्षा को खरीफ की फसल के लिए लाभकारी बताया है। इधर 16 जून के बाद समय-समय पर हो वर्षा से अब