गोपेश्वर। उत्तराखंड में धार्मिक स्थलों के कपाट बंद होने शुरु हो गए हैं। बर्फबारी की शुरुआत होते ही अब एक-एक करके मंदिरों के कपाट बंद होने लगे हैं। इसी कड़ी में अब केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने के तारीखों का एलान आज होगा। बद्रीनाथ धाम के अलावा द्वितीय केदार मध्यमेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ धाम के कपाट बंद करने की तिथि एवं मुहूर्त विजयदशमी पर्व पर बुधवार को तय होंगे। इस मौके पर केदारनाथ धाम के कपाट बंद करने का मुहूर्त भी निकाला जाएगा।
परंपरा के अनुसार केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट भैयादूज पर्व पर 15 नवंबर को और गंगोत्री के कपाट इससे एक दिन पूर्व अन्नकूट पर्व पर 14 नवंबर को बंद किए जाएंगे।श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि दोपहर बाद बद्रीनाथ मंदिर परिसर में कपाटबंदी की तिथि तय करने के लिए समारोह आयोजित किया गया है।
पूजा हुई संपन्न
वहीं, बदरीनाथ धाम में 15 अक्टूबर से शुरू हुई नवरात्र पूजा नवमी पर्व पर यज्ञ-हवन के साथ संपन्न हो गई। पूजा में धाम के रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, वेदपाठी रविंद्र भट्ट, नायब रावल अमरनाथ नंबूदरी, बाबा उदय सिंह, आचार्य विजय पांडेय, राजेंद्र तिवारी, आशीष उनियाल, विकास सनवाल, संजय भंडारी आदि शामिल हुए।
आज होगा तारीखों का ऐलान
मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि विजयदशमी पर्व पर पंच गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ धाम के कपाट बंद करने का मुहूर्त और द्वितीय केदार मध्यमेश्वर धाम के कपाट बंद करने की तिथि एवं मुहूर्त तय होंगे। जबकि, तृतीय केदार तुंगनाथ धाम की कपाटबंदी की तिथि एवं मुहूर्त शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ में तय किए जाएंगे।