अब केदारनाथ पहुंचने वाले वीवीआईपी के साथ ही बुजुर्ग श्रद्धालु एसयूवी की सवारी का आनंद ले सकेंगे। इस वाहन का उपयोग मेडिकल इमरजेंसी में भी किया जाएगा। बीते वर्ष पर्यटन विभाग ने यात्राकाल में केदारनाथ के लिए दो एसयूवी खरीद का प्रस्ताव शासन को भेजा था।
वायुसेना के चिनूक हेलिकॉप्टर से शुक्रवार को यह एसयूवी धाम पहुंचाई गई। हैलीपैड पर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विनय झिक्वांण, सेक्टर मजिस्ट्रेट व अन्य अधिकारी मौजूद थे। हैलीपैड पर उतरने के बाद चालक गाड़ी को लेकर सरस्वती नदी किनारे बने आस्था पथ से वीआईपी हैलीपैड मार्ग के रास्ते मंदर के समीप तक लाया।
ढोल-दमाऊं व फूलों से एसयूवी का स्वागत
यहां पर यात्रा ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों, तीर्थपुरोहित व अन्य ने ढोल-दमाऊं व फूलों से एसयूवी का स्वागत किया गया। विनय झिक्वांण ने बताया, केदारनाथ के लिए बीते वर्ष पर्यटन विभाग ने दो एसयूवी का प्रस्ताव शासन को भेजा था। अब वाहनों की स्वीकृति मिलने के साथ पहला वाहन चिनूक से धाम पहुंच चुका है। दूसरा वाहन भी जल्द धाम पहुंचा दिया जाएगा।
बताया, यात्राकाल में धाम पहुंचने वाले वीआईपी इस वाहन से केदापुरी का भ्रमण कर सकेंगे। साथ ही हैलीपैड से बुजुर्ग और दिव्यांग श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। यात्राकाल में किसी यात्री या अन्य के बीमार या घायल होने पर उसे हैलीपैड तक पहुंचाने में भी एसयूवी का उपयोग किया जाएगा।