देहरादून : विजय दिवस के मौके पर शुक्रवार को देहरादून स्थित गांधी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड रोडवेज में सभी सैनिकों व वीरांगनाओं को निःशुल्क यात्रा की सुविधा देने की घोषणा की। साथ ही कहा कि कैंट क्षेत्र में निवासरत सभी सैन्य परिवारों को हाउस टैक्स में छूट देने को लेकर उचित समाधान निकाला जाएगा।
भारत के पराक्रमी वीरों के शौर्य का प्रतीक है विजय दिवस
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह ने देशवासियों को विजय दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज का दिन भारत के इतिहास का एक महत्वपूर्ण दिन है, जो हम सब भारतवासियों को गौरवान्वित करता है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना विश्व की सबसे शक्तिशाली सेना है। विजय दिवस हमारे बहादुर सैनिकों के पराक्रम का ही प्रतीक है।
ऋषिकेश में एक कार्यक्रम में पहुंचे राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह ने कहा कि 1971 का वह दिन हमारे वीर जवानों के पराक्रम की याद दिलाता है। भारतीय सेना ने अपनी सैन्य क्षमता और ताकत के बूते पाकिस्तान के दो टुकड़े कर 93000 सैनिकों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। भारत का जवान अपनी सीमाओं की रक्षा तथा राष्ट्र की शान के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
उन्होंने गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प का जिक्र करते हुए कहा कि गलवान में भारत के मात्र 20 जवानों ने जिस साहस और शौर्य का परिचय दिया था, वह अद्भुत है। इसी तरह अरुणाचल प्रदेश में तवांग घाटी में भारतीय जवानों ने अपने शौर्य का परिचय देते हुए चीनी सैनिकों को मुंह तोड़ जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि 1992 से 1994 तक मैं इस क्षेत्र में सैन्य सेवाएं ले चुका हूं। इस मोर्चे पर सेना के जवानों ने अपना सबसे बेहतर पराक्रम दिखाया है। उन्होंने कहा कि भारत का जवान अपनी अंतिम सांस तक अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए हमें विश्वास रखना चाहिए कि भारत की सीमाएं हमेशा सुरक्षित रहेंगी।