रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में बीते तीन दिन से लगातार बर्फबारी के चलते ढाई फीट तक बर्फ जम गई है। धाम में रात को तापमान माइनस 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा जा है। यही नहीं, दोपहर का तापमान भी माइनस पांच डिग्री सेल्सियस तक बना हुआ है।
पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे श्रमिक लौटे
परिस्थितियां अनुकूल न होने के कारण वहां पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की लोनिवि शाखा के 250 और वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कपंनी के 50 श्रमिक गौरीकुंड वापस लौट आए हैं।
अब वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कपंनी के सिर्फ 39 श्रमिक ही धाम में रह गए हैं। वहीं, वायु सेना के मालवाहक हेलीकाप्टर चिनूक भी बीते मंगलवार को अपनी सेवाएं बंद चुका है। यह हेलीकाप्टर गौचर से भारी निर्माण सामग्री केदारनाथ पहुंचा रहा था।
इस बार जनवरी के दूसरे सप्ताह की शुरुआत तक बर्फबारी न होने के कारण धाम में पुनर्निर्माण कार्य जारी थे। हालांकि, कड़ाके की ठंड और पाला जमने के कारण सिर्फ लकड़ी व वेल्डिंग का कार्य ही हो पा रहा था।
लेकिन, बीते तीन से वहां लगातार बर्फ पड़ रही है, जिसके चलते वहां काम कर रहे 300 श्रमिकों का वापस लौटना पड़ा है। यदि मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहा तो धाम में रह रहे शेष श्रमिक भी वापस लौट आएंगे।
सेना का मालवाहक हेलीकाप्टर चिनूक भी लौट गया
केदारनाथ धाम में निर्माण कार्य कर रही वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कपंनी के प्रभारी अतुल कोठियाल ने बताया कि वायु सेना का मालवाहक हेलीकाप्टर चिनूक भी लौट गया है।
यह हेलीकाप्टर अब तक लगभग 600 टन भारी निर्माण सामग्री केदारनाथ धाम पहुंचा चुका है। इसमें लोहे के गार्डर, स्टील, डंफर, जेसीबी, पोकलेन मशीन आदि शामिल हैं। मौसम साफ हुआ तो दोबारा निर्माण कार्य शुरू किए जाएंगे, लेकिन फिलहाल ऐसी संभावना कम ही है।