नैनीताल : आपदा राज्य के किसी भी हिस्से में आई हो, लेकिन बिना वजह खामियाजा नैनीताल के पर्यटन को भी भुगतना पड़ रहा है। जोशीमठ आपदा के कारण कुछ ऐसा ही प्रभाव देखने को मिल रहा है।
सरोवर नगरी के पर्यटन में 50 प्रतिशत की गिरावट
कारोबारियों का दावा है कि जोशीमठ आपदा के समय भी सरोवर नगरी के पर्यटन में 50 प्रतिशत की गिरावट आ गई है। 26 जनवरी को होटलों की एडवांस बुकिंग अभी तक ना के बराबर है।
नैनीताल में किसी तरह का खतरा भी नहीं
जोशीमठ नैनीताल से सैंकड़ों किमी दूर है, वहां की भूमि में आई दरारों से इस नगर का कोई सूत्र नहीं है। नैनीताल में किसी तरह का खतरा भी फिलहाल नहीं है। इसके बावजूद यहां के पर्यटन को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। पिछले करीब दो सप्ताह के अंतराल में सैलानियों की आमद में निरंतर कमी आई है।