देहरादून: प्रदेशभर में मैदानी क्षेत्रों में पिछले 12 घंटे से वर्षा और पहाड़ में भारी बर्फबारी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार सोमवार को भी उत्तराखंड में वर्षा और बर्फबारी का आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
चारधाम समेत ऊंची चोटियों पर बर्फबारी
रविवार देर शाम छह बजे से दून समेत कई क्षेत्रों में वर्षा शुरू हो गई थी, चारधाम की चोटियों, हर्षिल, हेमकुंड साहिब, गोरसों, नेलांगघाटी, धनोल्टी आदि क्षेत्र में हल्का हिमपात शुरू हो गया था। देर रात दो बजे बाद बर्फबारी तेज हो गई जो सोमवार सुबह आठ बजे तक जारी रही। इस दौरान नागटिब्बा में मौसम का तीसरा हिमपात हुआ।
न्यनूतम तापमान में पांच से छह डिग्री सेल्सियस की कमी
देहरादून, रुड़की, हरिद्वार, ऋिषकेश, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली एवं रुद्रप्रयाग के निचले इलाकों में वर्षा होने से न्यनूतम तापमान में पांच से छह डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई।
बदरीनाथ, केदानाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री में एक से तीन फिट बर्फ गिरी चुकी है। सोमवार को सुबह नौ बजे बाद वर्षा और बर्फबारी का दौर कुछ थमा, लेकिन मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार सोमवार देर रात तक वर्षा और बर्फबारी का दौर जारी रहेगा।
बर्फबारी के कारण गंगोत्री हाईवे बंद
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बर्फबारी के कारण सोनगाड से लेकर गंगोत्री के बीच अवरुद्ध है। हाईवे का करीब 40 किलोमीटर का क्षेत्र बर्फबारी से ढक चुका है। जिसके कारण हाईवे अवरुद्ध है।
क्षेत्र में बर्फबारी जारी है, जिसके कारण अभी हाईवे को सुचारू करने का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। इसके अलावा धरासू यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग राड़ी टॉप के पास अवरुद्ध है। हनुमान चट्टी और जानकीचट्टी के बीच भी यमुनोत्री राजमार्ग बर्फबारी के कारण अवरुद्ध हुआ है।
उत्तरकाशी जनपद के 15 संपर्क मार्ग भी बर्फबारी के कारण अवरुद्ध हो चुके हैं। ऋषिकेश धरासू हाईवे धरासू बैंड के पास मलबा आने के कारण अवरुद्ध है। जिसको खोलने का कार्य चल रहा है।
वहीं मोरी और पुरोला क्षेत्र के करीब 80 से अधिक गांव में रविवार रात से बिजली आपूर्ति ठप है। बर्फबारी के कारण जनपद के 55 से अधिक गांव पूरी तरह से ढक चुके हैं।