पुलिस ने ठेकेदारों की 10 प्रतिशत धरोहर धनराशि (कोटेशन मनी) करीब 32 लाख रुपये गबन करने के आरोप में लोक निर्माण विभाग के लैंसडौन कार्यालय में तैनात एक कनिष्ठ सहायक को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने यह धनराशि अपने रिश्तेदारों व परिचितों के बैंक खातों में ट्रांसफर की थी। पुलिस ने सरकारी धनराशि का गबन और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया था।

कोतवाल लैंसडौन मणीभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि छह अगस्त 2022 को लोनिवि के प्रांतीय लोक अधिशासी अभियंता प्रेम सिंह बिष्ट ने कोतवाली में तहरीर दी थी जिसमें उन्होंने ठेकेदारों की 10 प्रतिशत धरोहर राशि के गबन होने की शिकायत की थी। तहरीर मिलने के बाद से ही पुलिस ने सरकारी धनराशि का गबन और धोखाधड़ी में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई थी।

मामले की जांच के लिए सीओ ऑपरेेशन विभव सैनी के मार्गदर्शन में पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम ने जांच में पाया कि लोनिवि लैंसडौन कार्यालय में तैनात कनिष्ठ सहायक आरोपी प्रमेंद्र सिंह ने देयक बाउचर्स की ऑनलाइन फीडिंग व डिपोजिट कार्य के दौरान पंजीकृत ठेकेदारों की 10 प्रतिशत धरोहर धनराशि 31,75,096 रुपये अपने रिश्तेदारों व परिचितों के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी।

गबन का मामला प्रकाश में आने के बाद आरोपी पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराएं और लगा दी गईं। कोतवाल ने बताया कि सीओ ऑपरेशन विभव सैनी ने बिना वारंट गिरफ्तारी का नोटिस जारी होते ही उन्होंने और एसएसआई रियाज अहमद ने 28 जनवरी की शाम को गांधी चौक टैक्सी स्टैंड से आरोपी प्रमेंद्र सिंह रावत निवासी पीडब्लूडी कालोनी लैंसडौन, मूल निवासी ग्राम निलारा पोस्ट चोरखाल, पट्टी कपोलस्यूं तहसील पौड़ी को गिरफ्तार किया है। उसे न्यायालय में पेश करने की कार्रवाई की जा रही है।

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