जोशीमठ भू-धंसाव के अध्ययन, समाधान को लेकर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) की बैठक शनिवार को नई दिल्ली में आयोजित की जाएगी। बैठक में ऑनलाइन माध्यम से आठ वैज्ञानिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के अलावा उत्तराखंड आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) के अधिकारी भी जुड़ेंगे।
इस संबंध में सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा ने बताया कि बैठक में वैज्ञानिक संस्थाओं की ओर से तैयार की गई प्राथमिक रिपोर्ट पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में अभी एनडीएमए की ओर से विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है।
इधर शासन के सूत्रों के अनुसार, बैठक में जोशीमठ आपदा प्रभावितों के विस्थापन और पुनर्वास को प्रस्तावित किए गए तीन विकल्पों पर चर्चा के साथ आगे की रणनीति पर चर्चा हो सकती है।
इस संस्थाओं के प्रतिनिधि होंगे बैठक में शामिल
- सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीबीआरआई), रुड़की
- वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी (डब्ल्यूआईएचजी), देहरादून
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी), रुड़की
- नेशनल जियोफिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (एनजीआरआई) हैदराबाद
- – नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी (एनआईएच), रुड़की
- – जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई), देहरादून
- – सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड (सीजीडब्ल्यूबी), देहरादून
- – इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग (आईआईआरएस), देहरादून