आज बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे के बाद सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए यात्री भेजे जाएंगे। यात्रियों की संख्या काफी सीमित होगी। साथ ही ऋषिकेश, श्रीनगर से रुद्रप्रयाग के लिए 11 बजे से यात्रा वाहनों को रवाना किया जाएगा। पुलिस ने यात्रियों से मौसम का पूर्वानुमान लेकर ही यात्रा पर आने की अपील की है। साथ ही किसी भी विषम स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर ठहरने की सलाह दी गई है।
बुधवार को बारिश व बर्फबारी के कारण केदारनाथ यात्रा रोकी गई थी। प्रशासन और पुलिस ने सोनप्रयाग, गौरीकुंड से किसी यात्री को आगे नहीं जाने दिया। शाम पांच बजे के बाद मौसम में सुधार को देेखते हुए प्रशासन व पुलिस ने बृहस्पतिवार को सुबह 11 बजे से सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए पैदल यात्रा शुरू करने का निर्णय लिया है।
पुलिस अधीक्षक डा. विशाखा अशोक भदाणे ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही यात्रा का संचालन किया जाएगा। सोनप्रयाग, गौरीकुंड से सीमित संख्या में यात्री भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि पैदल मार्ग पर तैनात पुलिस, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ के जवानों को भी पूरी तरह से सतर्क रहने को कहा गया है।
केदारनाथ में डेरा जमाए हैं डीजीपी व एसपी
पुलिस महानिदेशक व पुलिस अधीक्षक केदारनाथ में डेरा जमाए हुए है। बर्फबारी के बीच उन्होंने धाम में यात्रियों से संवाद कर उनकी कुशलक्षेम पूछी। साथ ही व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। इस दौरान बाबा के दर्शन करने वाले यात्रियों को निचले इलाकों के लिए भेजा गया। अपराह्न 3 बजे तक 2090 श्रद्धालु सोनप्रयाग लौट आए थे जबकि रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक जगह-जगह अब भी 18,000 से अधिक श्रद्धालु रोके गए हैं।
बुधवार को तड़के से ही केदारनाथ में बर्फबारी होती रही। सुबह करीब आठ बजे पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, एसपी डाॅ. विशाखा अशोक भदाणे ने मंदिर परिसर, मार्ग सहित जीएमवीएन परिसर में यात्रियों से संवाद किया। उन्होंने यात्रियों से मौसम को देखते हुए धाम में पर्याप्त गर्म कपड़ों का उपयोग करने को कहा। पुलिस महानिदेशक ने देशवासियों से मौसम के हिसाब से चारधाम यात्रा का कार्यक्रम बनाने की अपील की। साथ ही कहा कि मौसम के अनुसार ही बृहस्पतिवार की यात्रा को लेकर निर्णय लिया जाएगा। इधर, पुलिस अधीक्षक ने बताया कि केदारनाथ में 600 से अधिक श्रद्धालु रुके हुए हैं। इसके अलावा हक-हकूकधारी, कारोबारी, तीर्थपुरोहित, यात्रा ड्यूटी पर तैनात अधिकारी-कर्मचारी व पुलिस जवान हैं।