अल्मोड़ा। पहाड़ों पर पीने के पानी की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है। गर्मी और कठिन रास्तों की वजह से पानी इतनी आसानी से नहीं मिलता। अल्मोड़ा में भी इन दिनों लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही। विकासखंड हवालबाग, धौलादेवी, ताकुला, भैसियाछाना व लमगड़ा के गांवों में लोग पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं।
ग्रामीणों को मीलों दूर से पेयजल ढोने को विवश होना पड़ रहा है। इससे उनका पूरा दिन पेयजल व्यवस्था करने में बीत रहा है। बुधवार को लमगड़ा, डीनापानी व गधोली क्षेत्र में पेयजल की ज्यादा समस्या रही। जल संस्थान के टैंकरों से बुधवार को लमगड़ा, डीनापानी व गधोली में दो-दो, ताकुला, उडलगांव, नगरखान, सुंदरपुर, गैंगहट में एक-एक टैंकरों से पानी बांटा गया। इन टैंकरों ने भी सड़क किनारे बसे गांवों के लोगों को राहत मिल सकी।
अरसे से कर रहे पेयजल समस्या के समाधान की मांग
वहीं दूसरी ओर सड़क से दूर बसे ग्रामीणों की समस्या बढ़ती जा रही है। वह मीलों दूर से नौलों व धारों से पेयजल की व्यवस्था करने को विवश हैं। इन ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी के मौसम में ग्रामीण हर साल पेयजल समस्या से जूझते हैं। लमगड़ा के ज्येष्ठ प्रमुख दीवान बोरा का कहना है कि लमगड़ा विकास खंड की पेयजल समस्या का समाधान किए जाने की मांग अरसे से की जा रही है। वहीं अब तक समस्या का समाधान नहीं होने से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जलस्तर कम होने से पड़ रहा पेयजल आपूर्ति पर असर
गर्मी में ग्रामीण क्षेत्रों के जल स्रोतों में जल का स्तर कम होने से पेयजल आपूर्ति में असर पड़ रहा है। जल संस्थान की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों की पेयजल समस्या पर ध्यान दिया जा रहा है। पेयजल समस्या से प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक दिन टैंकरों से पेयजल बांटा जा रहा है। इसके लिए कार्मिकों को जिम्मेदारी दी गई है। -एके सोनी, अधिशासी अभियंता, जल संस्थान