कांवड़ मेला शुरू होने से पहले पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी की ओर से हरिद्वार के दक्षेश्वर महादेव मंदिर और ऋषिकेश के नीलकंठ महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है। हाफ पैंट, फटी जींस, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट पहनकर आने वालों को मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा। मर्यादित कपड़े पहनकर आने वालों को ही मंदिर में प्रवेश कर दर्शन करने की अनुमति होगी।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंंद्रपुरी महाराज ने कुछ दिन पहले इन दोनों मंदिरों में अमर्यादित कपड़े पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी।
कहा था कि मंदिरों में मर्यादा को बनाए रखने के लिए कपड़ों की मर्यादा जरूरी है। बृहस्पतिवार से दोनों मंदिरों में ड्रेस कोड को लागू करते हुए बैनर लगा दिए गए हैं। महिला हो या पुरुष अब अमर्यादित कपड़ों में इन मंदिरों में प्रवेश नहीं कर सकेंगे।
श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि शालीनतापूवर्क व संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए मंदिरों में साइन बोर्ड लगाए गए हैं। श्रद्धालुओं के शरीर 80 फीसदी तक ढके होने चाहिए।
कहा कि देश के अधिकांश मंदिर चाहे वह संतों के हो या फिर अन्य कमेटी, सरकार के ट्रस्ट के अधीन हो सभी ने इस फैसले का स्वागत किया है। बताया कि दक्षिण भारत के कई मंदिरों में ड्रेस कोड पहले से लागू है। उत्तराखंड तीर्थों का प्रदेश है यहां भी इसकी जरूरत थी।