चंपावत। मैदानी इलाकों में भले अभी खास ठंड महसूस नहीं हो रही है, लेकिन पर्वतीय क्षेत्रों में सुबह-शाम जबरदस्त ठंड पड़ने लगी है। 1700 मीटर से ऊंचाई वाले इलाकों में रात के समय पाला पड़ रहा है। पहाड़ों के निचले इलाकों में सुबह नौ बजे तक कुहासा छा रही है। जिससे सुबह के समय घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है।
फिलहाल, अगले एक सप्ताह मौसम में खास बदलाव की उम्मीद नहीं है। पिछले दो दिनों के मौसम की ही बात करें तो सोमवार की अपेक्षा मंगलवार के तापमान में आधे से एक डिग्री की गिरावट आई है। सोमवार को लोहाघाट का न्यूनतम पारा 3.7 डिग्री था, जो मंगलवार को कम होकर 3.5 डिग्री पर आ गया। जिला मुख्यालय के तापमान में 0.5 डिग्री की कमी आई है। हालांकि अभी तापमान सामान्य या उससे एक से दो डिग्री अधिक रह रहा है।
मजबूत पश्चिमी विक्षोभ का है इंतजार
मजबूत पश्चिमी विक्षोभ आने से वर्षा व हिमपात होने से इसमें तेजी से कमी आएगी। दूसरी ओर मैदानी क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान 17 से 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच रहा है। इस कारण मैदानी क्षेत्रों में खास ठंड महसूस नहीं हो रही है।
यह होती है कुहासा
कुहासा वह वायुमंडलीय अवस्था है जिसमे जल की सूक्ष्म बूंदें हवा में तैरती रहती हैं। कोहरे की तुलना में कुहासा में दृश्यता अधिक होती है। जल की सूक्ष्म बूंदों के घनत्व के कारण दोनों में अंतर होता है। ऑक्सीजन व बर्फीले धूल कणों के मिलने से कुहासा व कोहरा का निर्माण होता है।
पर्वतीय क्षेत्रों में पड़ रही है कड़ाके की ठंड
पर्वतीय क्षेत्रों में ठंड अच्छी पड़ रही है। अभी फिलहाल मजबूत पश्चिमी विक्षोभ की संभावना नहीं है। ऐसे में वर्षा व हिमपात के लिए दिसंबर तक इंतजार करना पड़ सकता है। -डा. आरके सिंह, मौसम विज्ञानी, जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर