पहाड़ में दो दिनों से हो रही बर्फबारी के कारण चारों धामों और ऊंची चोटियों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। वहीं, पर्यटन स्थल औली, मसूरी, धनोल्टी, चकराता और नैनीताल में भी ताजा बर्फबारी हुई।
वहीं, अब प्रदेश भर में शुक्रवार को मौसम साफ रहेगा। इसके बाद तीन फरवरी की रात मौसम एक बार फिर करवट लेगा और चार-पांच फरवरी को बारिश-बर्फबारी की संभावना है। पांच फरवरी के बाद प्रदेश भर में मौसम शुष्क रहेगा।
चमोली जनपद में दो दिनों से चल रही बर्फबारी से 50 से अधिक गांव बर्फ के आगोश में समा गए हैं। इन गांवों में खेल खलियान से लेकर आम रास्ते तक बर्फ से ढक गए हैं। पहाड़ों की रानी मसूरी और धनोल्टी मे भी बर्फबारी शुरू हो गई। मसूरी में गुरुवार को सीजन का पहला हिमपात हुआ। बर्फबारी के बाद चकराता पर्यटकों से गुलजार होने लगा है। बृहस्पतिवार को करीब एक हजार पर्यटक बर्फबारी का आनंद लेने पहुंचे। पर्यटकों ने लोखंडी, जाड़ी, धारना धार, आलू मंडी, लाल कुर्ती सप्लाई, रामताल, चिरमिरी टॉप, ठाणा डांडा आदि स्थलों में बर्फबारी के बीच जमकर मौज मस्ती की।
बदरीनाथ धाम में चार और हेमकुंड साहिब में करीब पांच फीट ताजी बर्फ जम गई है। औली में करीब दो फीट तक बर्फ जम गई है। इससे वादियां बेहद ही खूबसूरत नजर आईं। केदारनाथ धाम में जमकर बर्फबारी हुई। यहां करीब ढाई फीट ताजी बर्फ जम गई है। गंगोत्री में एक फीट और यमुनोत्री धाम में तीन फीट बर्फ जमी। वहीं, उत्तरकाशी के ऊंचाई वाले इलाकों में भी बर्फबारी हुई। नैनीताल में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार साल की पहली बर्फबारी हो चुकी है। हल्की बारिश होने के बाद नैनीताल के नैनापीक क्षेत्र में बर्फबारी हुई।