कागज महंगा होने के कारण धर्मनगरी में कॉपी के दाम 50 फीसदी तक बढ़ गए हैं। कॉपी और संबंधित सामग्री के दामों में तीन रुपये से 75 रुपयों तक बढ़ोतरी हुई है। दामों में पिछले 10 दिनों में इजाफा हुआ है। अधिकांश दुकानदारों ने पुराने स्टॉक पर भी दाम बढ़ा दिए हैं।
हरिद्वार में बच्चों के लिखने वाली कॉपी के दाम में औसतन 30 फीसदी का इजाफा हुआ है। कागज के दामों में इजाफे के कारण भी कॉपी के दामों में बदलाव हुआ है। प्लास्टिक के उत्पादनों पर प्रतिबंध लगने से और हाल के समय मे कागज से बने उत्पादों की मांग बढ़ गई है।
इस कारण भी कॉपियों और इससे जुड़ी सामग्री महंगी हुई है। कागज पर सराकर 12 फीसदी जीएसटी वसूल करती है। पिछले वर्ष 63 रुपये किलो तक मिलने वाले कागज के दाम, इस वर्ष बढ़कर 108 रुपये किलो तक बढ़ चुके हैं। लेटर पैड के दाम 50 फीसदी तक बढ़ गए हैं। बच्चों के लिखने की कॉपी के दाम 30 फीसदी तक बढ़े हैं। रजिस्टर के दाम 33, फाइल के दाम 33, लेजर के दाम 37 और ए4 रिम के दाम 11 फीसदी तक बढ़े हैं। बढ़ती महंगाई का असर अब बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ता दिख रहा है। हरिद्वार में हर रोज बढ़ रही महंगाई से आमजन परेशान हो गए हैं। लोगों को बच्चों के उज्ज्वल भविष्य बनाने के लिए अब अतरिक्त रुपये खर्च करने पड़ेंगे।
कितने बढ़े दाम
वस्तु पहले अब
कॉपी 10(36 पेज) 13
कॉपी 20(84 पेज) 25
रेजिस्टर 30 40
फाइल 15 20
लेटरपेड 20 30
लैजर 200 275
ए4 रिम 180 200
पीछे से ही कच्चा माल महंगा मिल रहा है। पिछले 15 दिनों में कॉपियों के दाम बढ़े हैं। स्टेशनरी से जुड़ी कई सामग्री के दामों में 50 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है। औसतन सभी उत्पादों पर 25 से 30 फीसदी दाम बढ़े है। अधिकांश लोगों के पास पुराना स्टॉक भी मौजूद है।
राजीव, संजीव स्टेशनर्स
कागज के दाम बढ़ने का असर कागज से जुड़े सामान पर पड़ रहा है। कॉपी समेत अन्य सामग्री पर औसतन 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। कागज पर सरकार 12 फीसदी जीएसटी लगाती है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष कागज के दाम फीसदी बढ़ गए हैं।
संजय मेहता, शिवा पुस्तक भंडार