प्रदेश में यूजेवीएनएल का उत्पादन बढ़ने से बिजली कटौती से फिलहाल राहत मिल गई है। यूपीसीएल मांग के सापेक्ष पूरी बिजली उपलब्ध करा पा रहा है। यूजेवीएनएल का उत्पादन भारी बारिश से पिछले करीब 15 दिन से प्रभावित हो रहा था।

पावर हाउस अपनी पूरी क्षमता से काम नहीं कर रहे थे। कई बार चलते-चलते बीच में रुकने से यूपीसीएल को अचानक बिजली किल्लत का सामना करना पड़ रहा था। हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर के ग्रामीण क्षेत्रों में जहां आधे से एक घंटे की कटौती हो रही थी तो फर्नेश इंडस्ट्री में भी चार से पांच घंटे का पावर कट हो रहा था।

दो दिन से यूजेवीएनएल का विद्युत उत्पादन सुधर गया है। अब 1.8 करोड़ यूनिट से बढ़कर 2.1 करोड़ यूनिट तक आ गया है। इससे यूपीसीएल को बड़ी राहत मिली है। यूपीसीएल प्रबंधन के मुताबिक, बिजली की मांग 5.1 करोड़ यूनिट चल रही है, जिसके सापेक्ष पूरी बिजली उपलब्ध है। इससे कहीं भी कटौती फिलहाल नहीं हो रही है।

तीन माह में बिजली बिल वसूली का बना रिकॉर्ड

यूपीसीएल ने तीन माह में बिजली बिलों से राजस्व वसूली का रिकॉर्ड कायम किया है। मई, जून व जुलाई में यूपीसीएल प्रबंधन ने 2,490 करोड़ के सापेक्ष 2,637 करोड़ रुपये की वसूली की है। यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने बताया, मई माह में 791 के सापेक्ष 819 करोड़, जून में 833 के सापेक्ष 851 करोड़ और जुलाई में 866 के सापेक्ष 967 करोड़ रुपये वसूल किए गए।

उन्होंने सभी अफसरों को खंडवार उपभोक्ताओं के विद्युत भार वृद्धि का अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। राजस्व वसूली के लक्ष्यों की वसूली का यह रिकॉर्ड कायम रखने के लिए उन्होंने सभी उपखंड मेगा शिविर लगाने को कहा। जिनके बिजली बिल बकाया हैं, उन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे।

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