हल्द्वानी में ई-रिक्शा चालक बीएससी की छात्रा को कॉलेज छोड़ने के बजाय गलत मंशा से करीब 45 मिनट तक गली-गली घुमाता रहा। सूचना पर मदद के लिए पहुंचे छात्रों ने आरोपी ई-रिक्शा चालक की पिटाई लगा दी और उसे भोटियापड़ाव चौकी को सौंप दिया। पुलिस ने आरोपी चालक का चालान किया है।
मूलरूप से बागेश्वर निवासी एक युवती हल्द्वानी में अपनी चाची के संग रहती है। युवती के पिता की कुछ साल पहले मौत हो चुकी है। छात्रा ने इसी सत्र में एमबीपीजी कॉलेज में बीएसपी प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश लिया है। बृहस्पतिवार को वह घर से सिंधी चौक पर पहुंची। यहां से वह कॉलेज जाने के लिए ई-रिक्शा पर सवार हुई। चालक ई-रिक्शे को कॉलेज ले जाने के बजाय गलियों से मुखानी की ओर ले गया जिससे छात्रा घबरा गई। छात्रा ने चालक से पूछा कि उसे कहां लेकर जा रहे हो, इस पर चालक ने चुप रहने को कहा।
छात्रा ने एनएसयूआई के छात्रनेता रक्षित बिष्ट को मामले की जानकारी देकर लोकेशन भी भेज दी। रक्षित ने बताया कि उसने और अन्य छात्रों ने ई-रिक्शा का पीछा किया जिसे क्वींस पब्लिक स्कूल के पास से पकड़ लिया। आरोपी की धुनाई कर भोटियापड़ाव चौकी के सुपुर्द कर दिया। सूचना पर छात्रा की चाची भी चौकी पहुंच गई। चौकी इंचार्ज देवेंद्र राणा ने बताया कि छात्रा के परिजन ने कार्रवाई के लिए मना कर दिया। इसलिए आरोपी का चालान काटा गया है।
बगैर कागज चल रहा था ई-रिक्शा, सीज किया
चौकी इंचार्ज देवेंद्र राणा ने बताया कि ई-रिक्शा चालक मूलरूप से बागेश्वर का रहने वाला है। वह वर्तमान में देवलचौड़ में रहता है। ई-रिक्शा के कागज नहीं होने पर सीज कर दिया है। ई-रिक्शा युवक की पत्नी के नाम पर है। उधर कोतवाल ने बताया कि जांच में सामने आया कि चालक कुछ दिन पूर्व से ही ई-रिक्शा चला रहा है। इस कारण वह भी रास्ता भूल गया। कहा कि सीसीटीवी जांच में कहीं भी छेड़छाड़ का मामला सामने नहीं आया है।