देहरादून: रायपुर क्षेत्र में परिचित युवती को जंगल में ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पुलिस ने तीन युवकों के विरुद्ध सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। युवती मुस्लिम, जबकि आरोपित तीनों युवक हिंदू हैं। घटना से आक्रोशित पीड़िता के स्वजन भीड़ के साथ रायपुर थाने पहुंचे और जमकर हंगामा किया।
पुलिस ने जब आरोपितों को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज किया, तब भीड़ का गुस्सा शांत हुआ। इस बीच युवकों को झूठा फंसाने का आरोप लगाते हुए थाने की तरफ बढ़ रहे कुछ लोगों को पुलिस ने करीब दो सौ मीटर पहले ही रोक लिया। उनकी पुलिस के साथ नोकझोंक भी हुई। हालांकि बाद में उन्हें लौटा दिया गया।
पुलिस के अनुसार, रायपुर थाना क्षेत्र के नारायणपुर निवासी अभिषेक टाटा मैजिक चलाता है। उसकी रायपुर क्षेत्र की एक ही मुस्लिम युवती से पिछले डेढ़ साल से जान-पहचान थी। दोनों के बीच अकसर फोन पर भी बातचीत होती थी। गुरुवार को अभिषेक उक्त युवती को घुमाने के लिए अपने मैजिक वाहन से नथुवावाला के पास जंगल में ले गया। आरोप है कि वहां अभिषेक ने युवती के साथ दुष्कर्म किया। वहां जब युवती की तबीयत बिगड़ी तो उसने अपने दो दोस्तों सुंदरवाला निवासी अंकित और रायपुर खाला निवासी आदित्य को मदद के लिए बुलाया।
आरोप है कि इस दौरान अंकित व आदित्य ने भी युवती से दुष्कर्म किया। दूसरी तरफ, युवती के घर नहीं पहुंचने पर उसके स्वजन उसे दोपहर से तलाश रहे थे और रायपुर थाने में उसकी गुमशुदगी भी दर्ज करा दी थी। इस बीच देर शाम स्वजन ने रायपुर चौक के पास बेटी को टाटा मैजिक में तीनों युवक के साथ देखा तो उन्होंने तीनों युवकों को पकड़ लिया। युवती ने स्वजन को उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की बात बताई। जिससे मामला बिगड़ गया और स्वजन ने अपने समुदाय के लोगों को बुला लिया।
आरोपितों को पकड़कर भीड़ रायपुर थाने ले आई व जमकर हंगामा किया। स्वजन ने आरोप लगाया कि सुनियोजित ढंग से उनकी बेटी को घर से ले जाकर जंगल में सामूहिक दुष्कर्म किया गया है। मामले को सांप्रदायिक रूप देने का प्रयास भी किया गया। तनाव बढ़ता देख रायपुर थाने में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। स्वजन की तहरीर पर तीनों युवकों के विरुद्ध सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
पीड़ित युवती को अस्पताल में भर्ती कराया गया। थानाध्यक्ष रायपुर प्रदीप नेगी ने बताया कि तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उपचार के बाद पीड़ित युवती के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराए जाएंगे। हालांकि, पुलिस का कहना है कि सामूहिक दुष्कर्म के आरोप पीड़िता के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान के आधार पर ही स्पष्ट हो पाएंगे। एक बार फिर माहौल खराब होने से बचा पुलिस की सक्रियता के कारण गुरुवार को सांप्रदायिक तनाव होने से बच गया।
रायपुर थाने के बाहर बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग एकत्रित हो गए थे। वहीं, आरोपित पक्ष को लेकर हिंदू समुदाय के भी लोग थाने आ रहे थे, लेकिन पुलिस ने समय रहते तनाव की स्थिति को नियंत्रित कर लिया। हिंदू समुदाय की भीड़ को थाने आने से पहले ही रोक लिया गया।
बता दें कि, पिछले हफ्ते रेलवे स्टेशन पर बदायूं की किशोरी को लेकर हिंदू व मुस्लिम समुदाय के बीच पथराव व उपद्रव हुआ था। दो दिनों तक चले इस घटनाक्रम में पुलिस ने दोनों पक्षों के 400 से अधिक आरोपितों पर मुकदमा दर्ज किया था।