भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी ऋषभ पंत 48 घंटे बाद मैक्स अस्पताल के आईसीयू से बाहर आ गए हैं। उन्हें अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट किया गया है। पांच विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम चौबीसों घंटे उनकी सेहत पर नजर रखे हुए है, लेकिन इस बीच ऋषभ के परिजनों के साथ ही डॉक्टरों ने गहरी चिंता जताई है।
दरअसल, ऋषभ का हालचाल जानने के लिए अस्पताल में लोगों के आने जाने का सिलसिला लगातार जारी है। इसमें वीआईपी सहित कई लोग शामिल हैं, जिससे ऋषभ को आराम नहीं मिल पा रहा है। ऋषभ पंत देहरादून मैक्स अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी हालत में अब काफी सुधार है। डॉक्टरों को कहना है कि उन्हें आराम की सख्त जरूरत हैं, लेकिन लगातार उनसे मिलने के लिए कोई न कोई आ रहा है।
डॉक्टरों के साथ ही ऋषभ के परिजनों ने भी सभी से ऋषभ को आराम दिए जाने की अपील की है। बता दें कि शुक्रवार सुबह पांच बजे के करीब दिल्ली-हरिद्वार मार्ग पर नारसन के पास ऋषभ पंत की कार डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में ऋषभ पंत बुरी तरह से घायल हो गए थे, जबकि उनकी कार आग लगने से पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी।
हादसे के बाद पंत को नारसन स्थित सक्षम अस्पताल ले जाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें देहरादून के मैक्स अस्पताल में रेफर किया गया। शुक्रवार से अस्पताल के विशेषज्ञों की टीम पंत का इलाज कर रही है।
डॉक्टरों का कहना है कि पंत को कई जगह गंभीर चोट लगने व लिगामेंट फटने की वजह से अब भी काफी दर्द महसूस हो रहा है। उन्हें इस दर्द से पूरी तरह निजात मिलने में थोड़ा समय लगेेगा।
उधर, रविवार को यह अफवाह भी चर्चाओं में रही कि पंत को लीव अगेंस्ट मेडिकल एडवाइज के तहत छुट्टी दिए जाने की गुजारिश की गई है। हालांकि, अस्पताल प्रबंधन ने इसे बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि क्रिकेटर पंत को पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद ही अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है।