वन विभाग ने नदियों के किनारे से अतिक्रमण हटाने के लिए चलाए गए विशेष अभियान के पहले दिन 102 एकड़ भूमि को खाली कराया। विभाग की ओर से कब्जे हटाने के लिए एक से 15 जून तक दूसरे चरण का अभियान शुरू किया गया है।
नोडल अधिकारी पराग मधुकर धकाते ने बताया अभियान के तहत राज्य की 23 नदियों को चिह्नित कर वन मुख्यालय की ओर से सभी डीएफओ को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए हैं। पता चला है कि कई स्थानों पर पक्के व कच्चे मकान बना लिए गए हैं। अभियान के पहले दिन तराई पश्चिमी वन प्रभाग में कोसी नदी के किनारे पर वन भूमि से अतिक्रमण कर बनाई गई दुकान, मकान और अन्य अवैध निर्माण को हटाया गया।
कुल 102 एकड़ वन भूमि को अतिक्रमण से मुक्त किया गया है। इसे मिलाकर पिछले 50 दिनों में उत्तराखंड में कुल 2102 एकड़ वन भूमि को अतिक्रमण से मुक्त किया गया है। इसमें 450 से अधिक मजारें शामिल हैं। नोडल अधिकारी ने बताया विभाग की ओर से शुरू किया गया अभियान आगे भी जारी रहेगा।
वन भूमि से अतिक्रमण हटाने में जिला प्रशासन और पुलिस का सहयोग लिया जा रहा है। विभाग को जानकारी मिली है कि देहरादून में सुसवा, जाखन, मालदेवता, रिस्पना, चोरखाला आदि क्षेत्रों में भी अतिक्रमण हुआ है। जल्द इसे हटाने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।