खेलों और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के संकल्प के साथ राज्य भर में होने वाले खेल महाकुंभ की शुरूआत अल्मोड़ा के स्टेडियम से शुक्रवार को हो गई। आगाज शानदार रहा, खेल प्रतियोगिताओं से लेकर सांस्कृतिक गतिविधियों की भी सराहना हुई लेकिन इन खेलों पर राजनीति के छींटे भी पड़ गए। अल्मोड़ा के सांसद और केंद्रीय सड़क परिवहन राज्य मंत्री अजय टम्टा शहर में मौजूद रहने के बाद भी कार्यक्रम में नहीं आए। उद्घाटन समारोह का समापन होने तक उनके आने का इंतजार किया गया। कुछ चहेतों ने तो फोन भी किए लेकिन मंत्री आयोजन में नहीं पहुंचे।
इस दौरान चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। लोगों ने आयोजकों को बताया कि मंत्री को तो आयोजन का कार्ड ही नहीं पहुंचा है। इसके बाद कार्ड किसने और किसे दिया था और कार्ड पहुंचा या नहीं पहुंचा। पहुंचा तो कहां पहुंचा, इन सवालों के जवाब ढूंढने शुरू हुए। पता चला कि जब आयोजकों की तरफ से कार्ड वितरण करने वाले कर्मचारी मंत्री का कार्ड देने जा रहे थे तो भाजपा के एक वरिष्ठ नेता को यह कहते हुए कार्ड सौंप दिया गया था कि आप मंत्री को कार्ड देकर आयोजन स्थल पर आने का आग्रह भी कर लें।
इधर शुक्रवार सुबह से ही मंत्री को आयोजन स्थल पर बुलाने के लिए फोन किए जाने लगे तो उन्होंने न केवल फोन उठाने बंद कर दिए बल्कि अपने करीबी लोगों से आयोजकों तक यह संदेश भी भिजवा दिया कि वे कार्यक्रम में नहीं आ रहे हैं। इधर, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा ने फोन पर हुई बातचीत में बताया कि उन्हें तो खेल महाकुंभ के उद्घाटन समारोह जैसे आयोजन की कोई जानकारी ही नहीं मिली ऐसे में कार्यक्रम में जाकर भी क्या करते। बहरहाल यह प्रकरण दिनभर शहर में चर्चा का विषय बना रहा।